Software engineer kaise bane: आजकल पूरी दुनिया डिजिटल हो रही है और इस डिजिटल दुनिया में software engineer की मांग भी काफी बढ़ती जा रही है। क्योंकि लगभग सभी तरह के डिजिटल कार्यों को एक इंजीनियर ही सही ढंग से कर पाने में सक्षम होता है।
इंजीनियरिंग की मांग को देखते हुए लगभग सभी छात्र यह जानना चाहते हैं कि भारत में सॉफ्टवेयर इंजीनियर कैसे बने? और इसके लिए वह कई तरह के प्रयास भी करते हैं।
आइए, आज के इस लेख में हम जानते हैं कि software engineer kaise bane? साथ ही इस लेख में हम सॉफ्टवेयर इंजीनियर बनने के लिए योग्यता और सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग के कुछ टॉप कॉलेजेस के बारे में भी जानेंगे।
सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग क्या है?
सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग IT (Information Technology) के क्षेत्र का ही एक भाग होता है। जिसके अंतर्गत लोगों को कंप्यूटर इंजीनियरिंग का कोर्स कराया जाता है। सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग के अंतर्गत सॉफ्टवेयर डेवलपर करना सिखाया जाता है। जिसमें कि कई तरह के Programming Language शामिल होते हैं। जैसे- Java, Python, C++, PHP, HTML इत्यादि।
सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग के अंतर्गत किसी भी तरह के Websites, Apps या डिजिटल डिवाइस में आए Bugs को ठीक करने की भी ट्रेनिंग दी जाती है। जो भी व्यक्ति सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग का कोर्स करता है उसे सॉफ्टवेयर इंजीनियर कहा जाता है और सॉफ्टवेयर इंजीनियर अपने ग्राहकों के अनुसार प्रोग्रामिंग भाषा का इस्तेमाल करके सॉफ्टवेयर डेवलपर करता है।
सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग लगभग सभी क्षेत्रों में इस्तेमाल किए जाते हैं। जैसे-
- बैंकिंग सेक्टर
- ऑटोमोबाइल सेक्टर
- स्टॉक ट्रेडिंग सेक्टर
- हेल्थ केयर सेक्टर
- ई-कॉमर्स सेक्टर
- टेलीकम्युनिकेशन सेक्टर इत्यादि
सॉफ्टवेयर इंजीनियर के क्या कार्य होते हैं?
एक software engineer को कई तरह के कार्य करने पड़ते हैं जिनमें से कुछ कार्य नीचे दिए गए हैं -:
- सॉफ्टवेयर इंजीनियर का प्रमुख कार्य Programming Language के माध्यम से सॉफ्टवेयर डिजाइन करना और सॉफ्टवेयर डेवलप करना होता है।
- एक software engineer को अलग-अलग प्रकार के मोबाइल Apps या एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर डिजाइन करना और उसे डिवेलप करना होता है
- एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर लैपटॉप या मोबाइल डिवाइस के लिए सॉफ्टवेयर डेवलप करता है।
- Apps में या किसी तरह के सॉफ्टवेयर में परेशानी आने पर सॉफ्टवेयर इंजीनियर द्वारा ही Solve किया जाता है।
- सॉफ्टवेयर की Testing करना और उसे Maintain रखना भी एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर का प्रमुख कार्य है।
- अपने क्लाइंट के अनुसार सॉफ्टवेयर डेवलप करना और उनकी जरूरतों को पूरा करना एक software engineer का कार्य होता है।
Software Engineer बनने के लिए Skills क्या होनी चाहिए?
जो भी व्यक्ति सॉफ्टवेयर इंजीनियर बनना चाहता है उसके अंदर कुछ Skills का होना आवश्यक है।
- Programming Language को सीखने में इंटरेस्ट होना चाहिए और Programming Language पर व्यक्ति की पकड़ भी मजबूत होनी चाहिए।
- Computer Networking का ज्ञान होना चाहिए।
- व्यक्ति के अंदर Problem solving skill यानी समस्या समाधान करने की कुशलता जरूर होनी चाहिए। क्योंकि लगभग सभी software engineer को यह प्रॉब्लम शुरुआती दिनों से जरूर आती है।
- छात्रों को कंप्यूटर से संबंधित Advance Knowledge होनी चाहिए। साथ ही सॉफ्टवेयर या हार्डवेयर से संबंधित अच्छी Information भी होनी चाहिए।
- विद्यार्थियों के अंदर Analytical skill यानी विश्लेषण करने का कौशल भी होना चाहिए।
- छात्रों में बातचीत करने की कुशलता भी होनी चाहिए।
- छात्रों को कोडिंग का अच्छा ज्ञान होना चाहिए। यदि ज्ञान नहीं है तो उनके अंदर कोडिंग सीखने Interest होना चाहिए।
Software Engineer बनने के लिए योग्यताएं
जो भी छात्र सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग करना चाहता है उसे सबसे पहले निम्नलिखित योग्यताओं को पूरा करना होगा -:
- यदि छात्र 12वीं के बाद सॉफ्टवेयर इंजीनियर बनना चाहते हैं तो छात्रों का 12वीं Science Stream (Math, Physics, Bio, Chemistry) से पूरा होना चाहिए।
- 12वीं के बाद छात्र सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग के Bachelors Program में प्रवेश ले सकते हैं। इसके लिए छात्रों का 12वीं में 60% अंक होना आवश्यक है।
- यदि छात्र सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग के Master’s Program में भाग लेना चाहते हैं तो छात्रों के पास बैचलर डिग्री होना आवश्यक है। जिसमें 55 से 60% अंक होना चाहिए।
- जो भी छात्र विदेश जाकर सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग की पढ़ाई करना चाहते हैं उनके पास IELTS, TOEFL, PTE, इत्यादि का इंग्लिश टेस्ट होना अनिवार्य है। साथ ही उन्हें GATE की परीक्षा को पास करना होगा।
- यदि छात्र भारत में सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग की पढ़ाई करना चाहते हैं तो उन्हें JEE नामक परीक्षा को Pass करना होगा।
12वीं के बाद सॉफ्टवेयर इंजीनियर कैसे बने? (12th ke baad Software Engineer Kaise bane)
कई छात्र ऐसे हैं जो यह पूछते हैं कि सॉफ्टवेयर इंजीनियर बनने के लिए क्या करना पड़ता है? तो हम आपको बता दें कि यदि आप software engineer बनना चाहते हैं तो आपको नीचे दिए गए Steps को फॉलो करना होगा -:
- कंप्यूटर में बैचलर डिग्री प्राप्त करें
सबसे पहले छात्रों को कंप्यूटर के फील्ड में बैचलर डिग्री प्राप्त करनी होगी। डिग्री प्राप्त करने के लिए छात्र CS (कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग), Information Technology (इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी), BCA, इत्यादि जैसे डिग्री कोर्स कर सकते हैं।
- Programming Language सीखे
अगर आप सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग करना चाहते हैं तो आपको कंप्यूटर के कुछ Programming Language को भी सीखना होगा। कंप्यूटर Programming Language का सबसे निम्न स्तर Python होता है। इसलिए आप Python सीखने से शुरुआत कर सकते हैं। इसके अलावा आप C++, Java, HTML, इत्यादि भाषाएं भी सीख सकते हैं।
- Programming Language के लॉजिक को सीखें
software engineer बनने के लिए यह जरूरी है कि आप Programming Language के लॉजिक स्कोर भी सीखें। क्योंकि सॉफ्टवेयर इंजीनियर के पास अलग-अलग तरह के Apps Develop करने की मांग आती है। जिसके लिए उन्हें इस तरह की Programming Language Logic को सीखना जरूरी है।
- सॉफ्टवेयर डेवलप करने का प्रयास करें
यदि आपने कुछ Programming Language सीख ली है तो आप उसके बाद खुद से ही वेबसाइट डिवेलप करने का प्रयास कर सकते हैं। चाहे तो आप कुछ सॉफ्टवेयर डेवलप करने का भी प्रयास करें। जैसे कि आप छोटे छोटे गेम्स या किसी तरह की Website Develop कर सकते हैं।
- इंटर्नशिप में भाग ले
एक बार जब आप कंप्यूटर इंजीनियरिंग से संबंधित सभी चीजें सीख लेते हैं तो आप कई बड़ी-बड़ी कंपनियों में Internship भी कर सकते हैं। इससे आपको सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग के क्षेत्र में प्रैक्टिकल नॉलेज होगा।
- मास्टर्स डिग्री हासिल करें।
यदि आप चाहते हैं कि आप एक अच्छे डेवलपर हैं और आपकी एक अच्छी सैलरी होनी चाहिए तो आप सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग के मास्टर्स डिग्री प्राप्त कर सकते हैं। क्योंकि जिन भी software engineer के पास है डिग्री होती है, उन्हें अच्छी सैलरी मिलती है।
Software Engineering Course In hindi
सॉफ्टवेयर इंजीनियर के लिए कुछ कोर्स निम्नलिखित हैं-
Software Engineering Course In hindi | |
बैचलर्स कोर्स | बैचलर ऑफ सॉफ्टवेयर इंजीनियर बैचलर इन सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट बैचलर इन सॉफ्टवेयर एंड डाटा इंजीनियरिंग सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट एंड एंटरप्रेन्योरशिप BSc इन कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग B.tech |
मास्टर्स कोर्स | M.tech इन इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी MBA इन इनफॉरमेशन टेक्नोलॉजी MBA इन क्वालिटी मैनेजमेंट MBA इन मार्केटिंग MBA इन फाइनेंस MBA इन ऑपरेशंस इन सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग MSc इन सॉफ्टवेयर सिस्टम्स M.tech सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग |
डिप्लोमा कोर्स | Java, Python, C, C++, SQL, HTML and other language embedded course Software Testing Data Visualization Course Mobile app development Course DBA MySQL |
सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग कॉलेज कौन-कौन से हैं?
भारत में ऐसे कई Top Software Engineering College in india हैं जहां पर आप एक अच्छे सॉफ्टवेयर इंजीनियर बन सकते हैं। कुछ टॉप भारतीय कॉलेज के नाम निम्नलिखित हैं –
- IIT Madras
- IIT, Bombay
- IIT, Delhi
- IIT, Ahmedabad
- IIT, Bangalore
- Indian Institute of Science
- JNU
- Calcutta University
- DU
- BHU, Varanasi
- Manipal Academy of higher education
- Kerala University
- Mahatma Gandhi Institute, ETC.
सॉफ्टवेयर इंजीनियर के लिए प्रवेश परीक्षा
सॉफ्टवेयर इंजीनियर बनने के लिए आपको कुछ आवेदन प्रक्रिया हो को पूरा करना होता है जो कि इस प्रकार है –
जो भी व्यक्ति सॉफ्टवेयर इंजीनियर बनना चाहता है उसके कुछ प्रवेश परीक्षाओं से होकर गुजरना पड़ता है।
- JEE Main
- JEE Advanced
- SRMJEE
- BVP CET
- BITSAT
- NATA
सबसे पहले छात्रों को प्रवेश परीक्षा को पास करना होता है।
प्रवेश परीक्षा पास कर लेने के बाद छात्रों को अपने लिए एक अच्छा कॉलेज चुनना होता है। यदि आप भारत के Top Colleges में प्रवेश लेना चाहते हैं तो आपको अपने प्रवेश परीक्षा में अच्छे अंक लाने होंगे।
अब छात्रों को कॉलेज में अलग-अलग प्रकार की Course कराए जाते हैं और सॉफ्टवेयर इंजीनियर बनाया जाता है।
Software Engineer बनने में कितना पैसा लगता है?
क्योंकि यह एक इंजीनियरिंग की पढ़ाई है इसलिए यदि कोई भी छात्र सॉफ्टवेयर इंजीनियर बनना चाहता है तो उसे कई रुपए खर्च करने पड़ते हैं।
यदि छात्र किसी पॉलिटेक्निक या आईटीआई के संस्था द्वारा सॉफ्टवेयर इंजीनियर बनता है तो उसे डिप्लोमा करने की फीस केवल 30 से 35 हजार होती है।
इसके अलावा यदि छात्र भारत के टॉप इंजीनियरिंग कॉलेज जैसे – IIT, NIT इत्यादि से डिप्लोमा कोर्स करते हैं और सिर्फ सॉफ्टवेयर इंजीनियर बनते हैं तो उनके लगभग 1 लाख रुपए हर साल खर्चे होते हैं।
सॉफ्टवेयर इंजीनियर की सैलेरी कितनी होती है?
एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर की सैलेरी कई गुना होती है। एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर जितना खर्चा अपने पढ़ाई करने में लगाता है उसका दोगुना पैसा वह अपने करियर से कमा सकता है। सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग करने के बाद एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर की शुरुआती सैलरी हर महीने की 30 से 40,000 की होती है।
वहीं अगर सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग किसी छोटे कॉलेज से किया गया होगा तो उसकी शुरुआती सैलरी 10 से 20,000 होती है।
हालांकि एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर को जब एक अच्छा अनुभव प्राप्त हो जाता है तो उसकी हर महीने की सैलरी ₹100000 तक भी हो जाती है। और साथ में उसे कई तरह के भत्ते भी प्रदान किए जाते हैं।
FAQ
सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग कोर्स कितने साल का होता है?
सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग कोर्स लगभग 4 वर्षों का होता है।
क्या आप 3 महीने में सॉफ्टवेयर इंजीनियर बन सकते हैं?
जी नहीं केवल 3 महीने में ही सॉफ्टवेयर इंजीनियर नहीं बना जा सकता है। क्योंकि इसके लिए कई तरह के कोर्स करने होते हैं और कई तरह की डिग्री भी हासिल करनी पड़ती है।
सॉफ्टवेयर इंजीनियर बनने के लिए मुझे कौन सी डिग्री चाहिए?
सॉफ्टवेयर इंजीनियर बनने के लिए आपको सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग के अंतर्गत डिप्लोमा या बीटेक की डिग्री चाहिए होगी।
सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग बनने के लिए कौन सा सब्जेक्ट लेना चाहिए?
सॉफ्टवेयर इंजीनियर बनने के लिए आपको गणित और विज्ञान के तीनों सब्जेक्ट लेना चाहिए।
अंतिम विचार
आज के इस लेख में हमने आपको बताया कि software engineer kaise bane? उम्मीद है कि इस लेख के माध्यम से आपको सॉफ्टवेयर इंजीनियर बनने से संबंधित सभी जानकारियां मिल पाई होंगी। यदि आपको इस लेख से संबंधित कोई प्रश्न पूछना है, तो आप हमें कमेंट बॉक्स में कॉमेंट कर के पूछ सकते हैं।