राजपूत को काबू में कैसे करें?

राजपूत को काबू करना काफी मुश्किल काम है, लेकिन उसके बावजूद लोग आए दिन राजपूत को काबू में कैसे करें उसके बारे में सर्च करते रहते हैं। हम यहां जो तरीके बता रहे हैं उनसे आप अच्छी तरह समझ जाएंगे कि अगर आप को राजपूत को काबू करना है तो आपको क्या करना चाहिए।

हालांकि किसी को भी काबू में करना अच्छी बात नहीं होती है क्योंकि हर किसी के जीने का तरीका अलग होता है। वैसे राजपूतों के बारे में आपको बता दें, कि राजपूत को विश्व भर में शौर्य और पराक्रम के लिए जाना जाता है।

पुराने समय से आज तक राजपूतों को बहादुर और वीर समझा जाता है साथ ही ऐसा कहा जाता है, कि राजपूत हमेशा वचन के पक्के होते हैं। वे अपने वचन को पूरा करने के लिए अपनी जान तक दे सकते हैं।  हम यहां आपको राजपूत समाज के बारे में भी कुछ महत्वपूर्ण जानकारी बताएंगे और साथ ही इस समाज को काबू में कैसे करते हैं उस के बारे में भी कुछ टिप्स एंड ट्रिक्स देंगे। तो इस लेख को शुरू करते हैं और सबसे पहले जानते हैं- 

राजपूत का इतिहास क्या है?

कहते है राजपूत भारत का सबसे पुराना और  गौरवान्वित समाज है। राजपूत का अर्थ होता है राजा का पुत्र या वंश। इन्हें अग्निवंशी, सूर्यवंशी और चंद्रवंशी के नाम से भी जाना जाता है। इतना ही नहीं राजपूतों को ठाकुरों के नाम से भी जाना जाता है जिसका अर्थ होता है कर्ता-धर्ता।

हिंदू समाज के पौराणिक ग्रंथ जैसी महाभारत और रामायण में भी राजपूत के बारे में काफी गुणगान किया गया है। यदि इतिहास उठाकर देखा जाए तो राजपूत में कई ऐसे शूरवीर राजा गुजरे हैं जिनकी कहानियां आज भी काफी प्रचलित है। 

राजपूत को काबू में कैसे करें?

राजपूत भारत का एक ऐसा समाज है जिसके शौर्य गाथा के बारे में हर किसी को पता है और यह बातें केवल कहानी  नहीं बल्कि हकीकत है। इतिहास के अनुसार कहते हैं, राजपूत कभी युद्ध में हारते नहीं थे, वे किसी के सामने झुकते नहीं थे, वे अपने वचन पर हमेशा कायम रहते थे।

ऐसा कहा जाता है, कि युद्ध के दौरान राजपूत या तो युद्ध जीतकर वापस लौटे थे या वीरगति प्राप्त कर लेते थे। राजपूत समाज में कई ऐसे वीर राजाओं का इतिहास है जिनकी कहानियां आज भी बच्चों बच्चों की जबान पर याद है जिनमें महाराणा प्रताप, पृथ्वीराज चौहान, महाराजा जसवंत सिंह जैसे नाम शामिल है। 

राजपूत में न केवल पुरुष बल्कि महिलाएं भी काफी वीर और साहसी होती थी। इतिहास के अनुसार ऐसा कहा जाता है, कि राजपूत पत्नियां और सभी औरतें जहर खाकर मरना पसंद करती थी बजाय इसके कि उन्हें किसी दूसरे के सामने झुकना या गुलामी करना पड़े। हालांकि राजपूत समाज को काबू में करना नामुमकिन है क्योंकि आप कभी भी किसी समाज को काबू में नहीं कर सकते हैं।

बल्कि आप उनके साथ अपने व्यवहार और अपना संबंध अच्छा कर सकते हैं हम यहां ऐसे ही कुछ तरीके आपको बता रहे हैं जिनसे आपको राजपूतों के साथ अच्छा व्यवहार करने में मदद मिलेगी।

Patni Ko Kabu Me Kaise Kare

विरोधी बातें कभी ना करें 

राजपूतों के सामने कभी भी कोई विरोधी बातें नहीं करनी चाहिए ताकि उसके स्वाभिमान को ठेस पहुंचे जैसे कि राजपूत समाज के बारे में कभी भी एक राजपूत के सामने बुरा भला नहीं कहना चाहिए उनके पूर्वज या उनके इतिहास के बारे में कभी कोई अपशब्द का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए क्योंकि उन्हें अपने इतिहास और अपने पूर्वजों से काफी प्रेम होता है और इस तरह की बातें करने से उनके स्वाभिमान को ठेस पहुंच सकता है उन्हें आपकी बातों से बुरा लग सकता है इसलिए यदि आप एक राजपूत को काबू करना चाहते हैं तो इन बातों को ध्यान में रखें।

वचन से पीछे ना हटे 

जैसा कि सब जानते हैं राजपूत समाज कभी भी अपने वचन से पीछे नहीं हटते हैं वे किसी को धोखा नहीं देते हैं तथा झूठ नहीं बोलते हैं इतिहास में तो ऐसा कहा गया है कि राजपूत अपने वचन को पूरा करने के लिए अपनी जान तक की बाजी लगा देते थे इसलिए यदि आप राजपूत को प्रसन्न करना चाहते हैं या उनसे दोस्ती करना चाहते हैं तो कभी भी उनके साथ धोखेबाजी ना करें उन्हें झूठ ना बोले तथा उन्हें यदि किसी तरह का वचन दिया है तो उसे अवश्य पूरा करें।

सम्मान करें 

राजपूतों को काबू करने के लिए सबसे पहले उनका सम्मान करना जरूरी है। दरअसल राजपूतों को सम्मान और आदर की भूख रहती है वे हमेशा चाहते हैं कि लोग उनका सम्मान करें उनकी बात सुने उन्हें इज्जत दे आज के समय में भी भारत में कुछ ऐसी गांव और ऐसे स्थान है जहां पर अन्य समाज से ताल्लुक रखने वाले लोग राजपूतों को सलाम करते हैं उनकी इज्जत करते हैं और उन्हें अपना श्रेष्ठ मानते हैं। इसलिए यदि आप इससे काबू में करना चाहते हैं तो आपको उन्हें उनके इतिहास को और उनके पूर्वजों का सम्मान करना जरूरी है।

दुश्मन के बारे में कुछ ना कहे 

वैसे तो यह नेचर केवल राजपूत में नहीं बल्कि हर  किसी में होता है कि उसके सामने उसके दुश्मन की तारीफ नहीं करनी चाहिए ऐसा करने से उसे काफी गुस्सा आ जाता है लेकिन खास तौर पर राजपूतों के सामने कभी भी उनके दुश्मन की बात ना करें उनकी तारीफ है ना करें या कभी भी ऐसी कोई बातें ना करें जिससे उनके आत्मसम्मान को ठेस पहुंचे और उन्हें गुस्सा आए क्योंकि राजपूतों का गुस्सा काफी ज्यादा होता है और उनका गुस्सा काबू करना काफी मुश्किल होता है।

दोस्तों को बुरा भला ना कहें 

राजपूत किसी भी रिश्ते को लेकर काफी इमोशनल होते हैं श्री राजपूत किसी के साथ दोस्ती का रिश्ता रखते हैं तो वे अपने पूरे मन से उसके साथ दोस्ती निभाते हैं इसलिए यदि आप किसी राजपूत को प्रसन्न करना चाहते हैं या उसे काबू में करना चाहते हैं तो कभी भी उसके सामने उसके दोस्तों को बुरा भला ना कहीं बल्कि उसके सामने उनके दोस्तों की तारीफें करें उनके बारे में अच्छी बातें करें ताकि वे आपके बातों से प्रसन्न हो सके।

परेशानी में राजपूत के साथ खड़े रहे 

वैसे तो केवल राजपूत का ही नहीं बल्कि किसी की भी समस्या में उसके साथ हमेशा खड़े रहना चाहिए क्योंकि हर किसी की जिंदगी में कभी ना कभी उतार-चढ़ाव आते ही हैं किसी की भी जिंदगी कभी भी एक समान नहीं होती है इसलिए जो लोग परेशानी के समय एक दूसरे का साथ देते हैं वही सच्चे दोस्त यासाठी कहलाते हैं यदि आप किसी राजपूत को काबू में करना चाहते हैं उसकी परेशानी के समय उसके साथ खड़े रहे उसका सहयोग करें ऐसा करने से राजपूत हमेशा आपके लिए हर जगह खड़े रहेगा क्योंकि राजपूत हमेशा अपना कर्ज उतारते हैं।

सम्मानजनक शब्द का प्रयोग करें

राजपूतों का एक अलग स्टैंडर्ड होता है यहाँ तक की वह किसी के साथ उठना बैठना पसंद नहीं करते हैं विशेष तौर पर राजपूत उनके साथ दोस्ती करना पसंद करते हैं बोली चाली अच्छी होती है जो हमेशा बात करते समय सम्मानजनक शब्दों का प्रयोग करते हैं तथा अच्छे व्यवहार के होते हैं। इसलिए यदि आप किसी राजपूत से दोस्ती करना चाहते हैं या उन्हें अपने काबू में करना चाहते हैं तो आपको उससे बातें करते समय अच्छे और मीठे शब्दों का इस्तेमाल करना है ना कि कड़वे और अपशब्द का प्रयोग करना

राजपूतों के इतिहास पर चर्चा करें

राजपूत समाज को अपने इतिहास के बारे में काफी रुचि होती है यदि आपके कोई मित्र राजपूत है तो आपको इस बात का ज्ञान अच्छी तरह से होगा कि उन्हें बाद बाद में अपने पूर्वजों और अपने इतिहास के बारे में बात करना पसंद होता है वह अक्सर राजपूत राजा महाराजाओं नेहरू और कोठियों के बारे में बातें करते हैं तथा अपने पूर्वजों द्वारा किए गए महान कार्य का व्याख्यान करते रहते हैं।

यदि आप भी राजपूत को काबू में करना चाहते हैं या उन्हें खुश करना चाहते हैं तो उनके साथ उनके इतिहास के बारे में चर्चा करें और उनके पूर्वजों और राजा महाराजाओं की तारीफ करें।

FAQ

क्या राजपूतों को काबू में करना काफी आसान कार्य है?

राजपूतों को काबू में करना काफी मुश्किल कार्य होता है। यू कहे तो राजपूत को काबू में नहीं किया जा सकता है।

राजपूत महाराजाओं के नाम क्या है?

राजपूत समाज में कई शूरवीर राजा महाराजा गुजरे हैं जिनमें महाराणा प्रताप पृथ्वीराज चौहान आदि शामिल है

क्या यह सत्य है कि राजपूत वचन से कभी पीछे नहीं हटते?

जी हां बिल्कुल इतिहास गवाह है कि राजपूत अपने वचन से कभी पीछे नहीं हटते। वे अपने वचन को पूरा करने के लिए अपनी जान भी निछावर कर सकते हैं।

राजपूतों को किन नामों से पहचाना जाता है?

राजपूतों को सूर्यवंशी, चंद्रवंशी, अग्निवंशी तथा ठाकुरों के नाम से पहचाना जाता है।

निष्कर्ष 

आज के इस लेख में हमने आपको राजपूत को काबू में कैसे करें के बारे में विस्तार पूर्वक बताया है साथ ही आपको राजपूत के इतिहास के बारे में भी कुछ जानकारियां साझा की है उम्मीद करते हैं हमारे द्वारा दी गई जानकारी आपको अच्छी तरह से समझ आ गई होगी।

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