आज हम बहुत ही महत्वपूर्ण विषय पर चर्चा करने वाले हैं। जी हां हम बात करने वाले हैं भारत की राजधानी क्या है (Bharat ki rajdhani kya hai) के बारे में। ना केवल हम यहां भारत की राजधानी क्या है के बारे में जानेंगे बल्कि भारत की राजधानी का इतिहास और उससे जुड़े रोचक तथ्यो के बारे में भी बात करेंगे।
साथ ही हम यह भी बताएंगे कि भारत में मौजूद 28 राज्यों में से केवल उसी राज्य को भारत की राजधानी बनाने का फैसला क्यूँ किया गया। तो चलिए बिना देर किए हम इस लेख को शुरू करते हैं और जानते हैं भारत की राजधानी से जुड़ी हर छोटी-बड़ी महत्वपूर्ण बातों को।
भारत की राजधानी क्या है (Bharat ki rajdhani kya hai)
भारत एशिया महाद्वीप के दक्षिण में स्थित एक देश है, जिसे जनसंख्या के आधार पर विश्व का दूसरा सबसे बड़ा देश कहा जाता है। यहां हर जाति धर्म के लोग मेल-जोल से एक साथ रहते हैं, इसलिए भारत को धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र भी कहा जाता है। यहां का सबसे बड़ा शहर मुंबई कहलाता है जिसे सपनों की नगरी भी कहते हैं।
भारत कि कोई राष्ट्रभाषा नहीं है, लेकिन यहां हिंदी और इंग्लिश भाषा सबसे अधिक बोली जाती है। भारत एक लोकतांत्रिक देश है जहां का संविधान विश्व का सबसे लंबा लिखित संविधान कहलाता है। वर्तमान समय में यहां की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू है और यहां के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी है।
भारत में कुल 28 राज्य और 8 केंद्र शासित प्रदेश है यदि यहां की जनसंख्या की बात की जाए तो यहां लगभग 1 अरब 21 करोड़ की आबादी है। भारत की राजधानी दिल्ली है और यहां का राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा है, जिनमें तीन रंग की क्षैतिज पट्टी बनी है और बीच में नीले रंग का एक चक्र बना हुआ है जिनमें सबसे ऊपर केसरिया रंग, बीच में श्वेत और सबसे नीचे गहरे हरे रंग की पट्टी है।
दिल्ली ही भारत की राजधानी क्यों है?
कोई भी राष्ट्रीय का व्यवस्थापिका, कार्यपालिका और न्यायपालिका का मुख्यालय देश के जिस शहर में होता है वहीं शहर उस देश का राजधानी कहलाता है और यही वजह है, कि दिल्ली भारत का राजधानी बना क्योंकि यहां भारत सरकार का कार्यपालिका, व्यवस्थापिका और न्यायपालिका का मुख्यालय स्थित है।
इसके अलावा राष्ट्रीय भवन, प्रधानमंत्री निवास, संसद भवन और सभी मंत्रालय का मुख्यालय भी दिल्ली शहर में ही स्थित है। इतिहास के अनुसार कहा जाता है कि जिस समय दिल्ली को भारत की राजधानी बनाया गया उस समय भारत पर अंग्रेजों का शासन था। शुरुआती समय में भारत की राजधानी कलकत्ता हुआ करती थी जिसका नाम कुछ समय पहले ही बदलकर कोलकाता कर दिया गया।
लेकिन बाद में अंग्रेजों ने दिल्ली को भारत की राजधानी घोषित कर दिया। अंग्रेजों का कहना था कि दिल्ली से कार्यभार अच्छे तरीके से संचालित किए जा सकते हैं। जिस समय दिल्ली को भारत की राजधानी घोषित किया गया था us समय अंग्रेजों का शासन काल जॉर्ज पंचम के हाथों में था। जॉर्ज पंचम के आदेश अनुसार 1 अप्रैल 1912 को भारत की राजधानी दिल्ली घोषित कर दी गई।
भारत की राजधानी के बारे में रोचक तथ्य
बहुत सी ऐसी बातें हैं दिल्ली के बारे में जिनके बारे में हर किसी को पता होना चाहिए। इसलिये दिल्ली से जुड़ी ऐसी ही हम कुछ खास और रोचक तथ्य आपके सामने यहां प्रस्तुत कर रहे हैं, चलिए जानते हैं विशेष तथ्य क्या है-
- दिल्ली भारत का एक ऐसा राज्य है जिसे शिक्षा और पर्यटन का मुख्य केंद्र माना जाता है।
- जिस तरह भारत जनसंख्या के आधार पर विश्व में दूसरे नंबर पर आता है, उसी तरह भारत का यह राज्य दिल्ली भी जनसंख्या की दृष्टि में भारत का दूसरा सबसे बड़ा सिटी है।
- नई दिल्ली एक ऐसा राज्य है, जहां केंद्र सरकार का मुख्यालय, उच्च न्यायालय, प्रधानमंत्री निवास, संसद भवन, राज भवन आदि स्थित है। इसलिए ऐसा कहा जा सकता है, कि भारत सरकार की केंद्रीय शक्ति भारत का एकमात्र राज्य दिल्ली ही है।
- दिल्ली को भारत की सबसे प्राचीन नगरों में से एक माना जाता है, क्योंकि पुरातत्व विभाग को रिसर्च के दौरान इसके प्राचीन होने के कई प्रमाण मिले हैं।
- दिल्ली को भारत का सबसे बड़ा व्यस्तम मेट्रो माना जाता है इतना ही नहीं कोलकाता के बाद दिल्ली देश का दूसरा ऐसा शहर है, जहां मेट्रो की शुरुआत हुई थी।
- यदि भारत के विश्व धरोहर की बात करें, तो दिल्ली में कई ऐसे विश्व धरोहर शामिल है जिनमें इंडिया गेट, लाल किला कुतुब मीनार आदि शामिल है।
- भारत के बापू कहे जाने वाले महात्मा गांधी की समाधि यानी राजघाट भी इसी राज्य में स्थित है।
- दिल्ली में न केवल विश्व धरोहर स्थित है बल्कि हिंदू समाज की सबसे बड़ी मंदिर अक्षरधाम भी यही स्थित है। आपको बता दें कि अक्षरधाम विश्व की सबसे बड़ी मंदिर है, जो हिंदुओं की आस्था का मुख्य केंद्र कहलाता है।
Read Also: A hidden place in Uttarakhand
भारत की राजधानी का इतिहास
भारत की राजधानी यानी दिल्ली का इतिहास बहुत रोचक है। जी हां आपको बता दें, कि जिसे आज दिल्ली के नाम से जाना जाता है कभी उस शहर का नाम इंद्रप्रस्थ हुआ करता था जिसके बारे में आपको महाभारत में भी देखने को मिलेगा। पुरातात्विक खोज के अनुसार यह कहा जाता है कि इस शहर में आज से लगभग 300 ईसा पूर्व से लोग रह रहे हैं।
इतना ही नहीं लौह स्तंभ शिलालेख के अनुसार ऐसा कहा जाता है, कि दिल्ली की स्थापना करने वाले शासक का नाम अनंगपाल था। दरअसल ऐसा इसलिए माना जाता है क्योंकि 10वीं 11वीं शताब्दी में तोमर राजा अनंगपाल ने लौह स्तंभ को दिल्ली लेकर आए थे। जिससे यह प्रमाण मिलता है कि उस समय दिल्ली के राजा अनंगपाल हुआ करते थे और यही वजह है कि इन्हें दिल्ली का स्थापना करने वाले शासक कहा जाता है।
दिल्ली एक ऐसा राज्य है जहां 1300 ईस्वी के बाद लगभग पांच वंशो के सुल्तानों का राज रहा था जिनमें खिलजी वंश, तुगलक वंश, गुलाम वंश,सैयद वंश और लोदी वंश शामिल है। दिल्ली के सबसे पहले शासक कुतुबुद्दीन ऐबक थे और सबसे आखरी राज दिल्ली में इब्राहिम लोदी क था। अंतिम शासक ने तकरीबन 1526 ईसवी तक शासन किया और फिर 1526 ईसवी के बाद बाबर की हुकूमत की शुरुआत हुई फिर हुमायूं का राज रहा, 1540 में सूर्यवंश और 1668 में औरंगजेब ने दिल्ली पर अपना शासन किया।
इसके बाद भी दिल्ली पर मुगलों का शासन बरकरार रहा जी हाँ 1707 से 1712 तक मुअज्जम बहादुर ने दिल्ली पर राज किया था। लेकिन 1857 के बाद दिल्ली में मुगलों का राज खत्म हुआ और ब्रिटिश काल की शुरुआत हुई। लेकिन 1947 वह साल रहा जब भारत देश को आजादी हुई और दिल्ली को एक बार फिर से भारत की राजधानी घोषित कर दिया गया। आपको बता दें, कि दिल्ली को दिल्लिका शब्द के रूप में भी जाना जाता है। कई इतिहास में आपको दिल्लिका शब्द पढ़ने को मिलेंगी।
भारत के राज्य और उनकी राजधानी
हम यहां नीचे भारत के राज्य और उनकी राजधानी के नाम बता रहे हैं आपको बता दें कि हम भारत में कुल 28 राज्य एवं 8 केंद्र शासित प्रदेश हैं जैसे –
क्रम स० | राज्य (States) | राजधानी (Capital) |
1 | आंध्र प्रदेश | अमरावती |
2 | अरुणाचल प्रदेश | इटानगर |
3 | उत्तर प्रदेश | लखनऊ |
4 | असम | दिसपुर |
5 | उत्तराखंड | देहरादून |
6 | उड़ीसा | भुनेश्वर |
7 | बिहार | पटना |
8 | छत्तीसगढ़ | रायपुर |
9 | गोवा | पणजी |
10 | गुजरात | गांधीनगर |
11 | हरियाणा | चंडीगढ़ |
12 | हिमाचल प्रदेश | शिमला |
13 | झारखंड | रांची |
14 | कर्नाटका | बेंगलुरु |
15 | केरला | त्रिवेंद्रम पुरम |
16 | मध्य प्रदेश | भोपाल |
17 | महाराष्ट्र | मुंबई |
18 | अलीपुर | इंफाल |
19 | मेघालय | शिलांग |
20 | मिजोरम | आइजोल |
21 | राजस्थान | जयपुर |
22 | सिक्किम | गंगतोक |
23 | नागालैंड | कोहिमा |
24 | पंजाब | चंडीगढ़ |
25 | तमिल नाडु | चेन्नई |
26 | तेलंगाना | हैदराबाद |
27 | पश्चिम बंगाल | कोलकाता |
28 | त्रिपुरा | अगरतला |
भारत के केंद्र शासित प्रदेश और उनकी राजधानी
पहले भारत में 9 केंद्र शासित प्रदेश थे लेकिन वर्तमान समय में भारत में कुल 8 केंद्र शासित प्रदेश हैं जिनके नाम उनकी राजधानी के साथ हम नीचे बता रहे हैं
क्रम स० | केंद्र शासित प्रदेश (Union territories) | राजधानी (Capital) |
1 | लद्दाख | लेह |
2 | लक्ष्यदीप | कवरत्ती |
3 | दिल्ली | दिल्ली |
4 | अंडमान व निकोबार दीप समूह | पोर्ट ब्लेयर |
5 | जम्मू कश्मीर | श्रीनगर/जम्मू |
6 | दमन और दीव एवं दादरा और नगर हवेली | दमन |
7 | चंडीगढ़ | चंडीगढ़ |
8 | पांडिचेरी | पुडुचेरी |
FAQ
भारत की राजधानी क्या है?
भारत देश की राजधानी नई दिल्ली है।
दिल्ली भारत की राजधानी कब बनी थी?
13 फरवरी 1931 में दिल्ली को भारत की राजधानी घोषित किया गया।
सबसे पहले भारत की राजधानी कौन था?
सर्वप्रथम भारत की राजधानी कोलकाता थी जिसे बाद में बदलकर दिल्ली कर दिया गया।
केवल 1 दिन के लिए कौन सा राज्य भारत की राजधानी बना था?
1858 में इलाहाबाद को केवल 1 दिन के लिए भारत की राजधानी बनाया गया था।
भारत की राजधानी दिल्ली का पुराना नाम क्या था?
भारत की राजधानी दिल्ली का पुराना नाम इंद्रप्रस्थ था।
निष्कर्ष
आज का यह लेख भारत की राजधानी क्या है(Bharat ki rajdhani kya hai) यहीं पर समाप्त होता है उम्मीद करते हैं हमारे द्वारा दी गई जानकारी आपको अच्छी तरह से समझ आ गई होगी हमने आपको न केवल भारत की राजधानी क्या है के बारे में बताया है बल्कि भारत की राजधानी का इतिहास और उनके बारे में कुछ रोचक तथ्य के बारे में भी विस्तार पूर्वक जानकारी दी है.
साथी हमारे भारत के तमाम 29 राज्य और उनकी राजधानियों के नाम भी बताए हैं यदि आपको यह लेख पसंद आया हो तो कृपया इसे शेयर करें ताकि औरों को भी इसकी जानकारी हो सके और यदि इस विषय से संबंधित कोई प्रश्न पूछना चाहते हैं तो आप कमेंट सेक्शन के माध्यम से पूछ सकते हैं।